महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण, लक्षण व उपचार-Female low libido causes,symptoms treatment in hindi
महिलाओं में कामेच्छा की कमी को हाइपोएक्टिव सेक्सुअल डिजायर डिसऑर्डर यानी एचएसडीडी कहा जाता है. यह समस्या किसी भी महिला को हो सकती है. इसके पीछे मुख्य कारण जीवन शैली में बदलाव, हारमोंस का असंतुलित होना या फिर मानसिक का व्रत तनाव हो सकता है. मूड विकारों के लिए उपयोग की जाने वाली कुछ दवाएं भी महिलाओं में कम सेक्स ड्राइव का कारण बन सकती हैं.. ऐसे में यदि किसी महिला को कम ड्राइवर की परेशानी है. को जीवनशैली में सुधार लाकर और कुछ दवाओं की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है.
आ-ज इस लेख में हम महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण लक्षण व इलाज के बारे में चर्चा करेंगे-
1. महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण
*शारीरिक कारण
* हरवंश परिवर्तन
* मनोवैज्ञानिक कारण
* महिलाओं में कामेच्छा की कमी के लक्षण
2. महिलाओं में कामेच्छा की कमी का इलाज
* हार्मोन थेरेपी
* जीवन शैली में बदलाव
* दवाइयां
* काउंसलिंग
* सारांश
महिलाओं में कामेच्छा की कमी के कारण
सेक्स की इच्छा में कमी शारीरिक समस्या व मनोवैज्ञानिक स्तर में बदलाव आने से हो सकती है कुछ ऐसी समस्या के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है-
शारीरिक कारण
सबसे पहले इसके सेंड करो जानते हैं जो इस प्रकार है
*यौन समस्या अगर किसी महिला को सेक्स के दौरान दर्द होता है क्या आरगेज्म पहुंचने से शुरू होती है तो इस कारण से उनकी सेक्स की इच्छा में कमी आ सकती है.
* मेडिकल स्थिति घटिया, कैंसर, मधुमेह उच्च रक्तचाप, कोरोनरी आर्टरी डीजीज, और तंत्रिका संबंधी विवाद के चलते भी यौन इच्छा में कमी आ सकते हैं.
* कुछ खास दवा- एंटीडिप्रेसेंट्स, सिरोटोनिन इन्हींबिटर कहा जाता है. इसका सेवन करने से भी सेक्स ड्राइव में कमियां सकती हैं.
* खराब जीवनशैली गलत खानपान, शराब का सेवन वाद-विवाद करने से विशेष करने की इच्छा में कमी आ सकती है. जिओ की लत लगाने से महिला की यौन उत्तेजना में कमी आ सकती है।
* सर्जरी- महिला के स्तनों या जननांग पत्र से संबंधित कोई भी सर यही महिला के शरीर की छवि, नॉन क्रिया और सेक्स की इच्छा को प्रभावित कर सकती है.
* थकान - दिन भर घर का काम करने और साथ में ऑफिस का काम करने से थकावट के कारण सेक्स ड्राइव प्रभावित हो सकती है. बीमारी आज सर्जरी के बाद होने वाली थकान भी टैक्सी ड्राइवर को कम करने में भूमिका निभा सकती है.
हार्मोन परिवर्तन
महिला के हार्मोन स्तर में परिवर्तन होने से भी सेक्स की इच्छा प्रभावित हो जाती है.
* रजोनिवृत्ति- रजोनिवृत्ति के दौरान महिला के सेक्स हार्मोन यानी एस्ट्रोजन में कमी आ सकती है. इससे सेक्स दिलचस्पी कम हो सकती है और योनि के टिसु में सूखापन आ सकता है जिस कारण महिला को सेक्स के दौरान दर्द या असहज है महसूस हो सकता है.
* गर्भावस्था व स्तनपान- गर्भावस्था के समय की हारमोंस में बदलाव होता है. सादगी डिलीवरी के बाद रन स्तनपान के दौरान भी सेक्स ड्राइव प्रभावित हो सकती है. इस दौरान महिला का पूरा ध्यान नन्हे से सिसु पर होता है, जिस कारण वह उसकी देखभाल करने में पूरी तरह से थक जाती है और परिणाम स्वरूप यौन इच्छा में कमी आ सकती है.
मनोवैज्ञानिक कारण
महिला की मानसिक स्थिति भी उसकी योनि 6 को प्रभावित कर सकती है. कम सेक्स ड्राइव होने के पीछे कई मनोवैज्ञानिक कारण है. जिनके बारे में नीचे बताया गया है-
. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं, जैसे चिंता, या अवसाद
. तनाव, जैसे आर्थिक तनाव या काम का तनाव
. आत्मसम्मान में कमी.
. पहली कभी किसी तरह का साले किया यौन शोषण हुआ हो.
. पिछले नकारात्मक जाना है.
. पार्टनर के साथ रिश्ते में आई दरार या फिर झगड़े के चलते ही महिला की शिकायत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
महिलाओं का मैच की कमी के लक्षण
* जॉन गतिविधि में कम या बिलकुल भी दिलचस्पी ना दिखाना.
* सेक्स करते समय असहज महसूस करना.
सेक्स के दौरान आगे जो तक पहुंचने में परेशानी होना.
महिलाओं में कामेच्छा की कमी का इलाज
आमतौर पर महिलाओं में कामेच्छा की कमी को काउंसलिंग व सेक्स एजुकेशन के जरिए कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है. वहीं गंभीर मामलों में डॉक्टर हार्मोन थेरेपी वक्त कुछ खास दवाएं लेने के लिए कह सकते हैं. इन तमाम उपचारों के बारे में नीचे बताया गया-
हार्मोन थेरेपी
रजोनिवृत्ति इस दौरान योनि में सूखापन आ जाता है. ऐसे में महिला के लिए सेक्स करना दर्दनाक एहसास हो सकता है, जिस में कामेच्छा में कमी आने लगती है. ऐसे में कुछ हार्मोन दबाए इस समस्या से राहत दिलाकर सेक्स को आरामदायक बना सकते हैं. सेक्स के दौरान किसी भी तरह का अहशजपन महसूस ना होने के बाद धीरे-धीरे सेक्स ड्राइव बढ़ने लगती है. इस थेरेपी के तहत डॉक्टर एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन व उसपेमीपहीन नामक दवा�
