अपामार्ग(chirchita) सेदूर करें कई बीमारियां सफेद अपामार्ग के फायदे,आंखो की बीमारी ठीक करे,खूनी बाबसीर,जोड़ो मे दर्द,अपामार्ग के नुकसान,कहा पाया जाता हे जाने सारा कुछ

Parul Devi
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 अपामार्ग(chirchita) सेदूर करें कई बीमारियां

1. अपामार्ग का परिचय

2. अपामार्ग क्या है

3 अनेक भाषाओं में अपामार्ग के नाम

4.अपामार्ग के फायदे

5.सफेद अपामार्ग के फायदे

6. अपामार्ग के प्रयोग से होते हैं दांत मजबूत और सुंदर

7. अपामार्ग से चर्म रोगों और दांतों की बीमारियों में फायदा

8. अपामार्ग के प्रयोग से ठीक होती है मुंह के छाले की परेशानी

9. अपामार्ग के इस्तेमाल से भूख अधिक लगने की क्षमता में लाभ

10. आंखों की बीमारी में लाभदायक अपामार्ग का प्रयोग

11. कटने छीलने पर तुरंत रक्त स्त्राव को रोकता है अपमार्

12. घाव को सुखाने के लिए करें कुमार का प्रयोग

12. खुजली में लाभ पहुंचाता है अपामार्ग

13. सरस्णतंत्र विकार में अपामार्ग के इस्तेमाल से लाभ

 14.खांसी में अपामार्ग के सेवन से फायदा

15 बुखार उतारने के लिए करें अपामार्ग का प्रयोग

 16.अपामार्ग का प्रयोग हैजा के लिए फायदेमंद

 17.पेट पेट के रोग में अपामार्ग के सेवन से फायदा

 18.अपामार्ग का प्रयोग करें बवासीर का इलाज में

19. खूनी बवासीर में लाभ पहुंचाता है अपामार्ग

20. पथरी की बीमारी में फायदेमंद है अपामार्ग का प्रयोग

 योनि में दर्द है तो करें अपामार्ग का इस्तेमाल

 21.मासिक धर्म विकार में फायदेमंद अपामार्ग का प्रयोग

22. अपामार्ग के इस्तेमाल से गर्भधारण ना होने की क्षमता का समाधान

 23.अपामार्ग के इस्तेमाल से रसौली का इलाज

 24.प्रसव को आसान बनाने के लिए अपामार्ग फायदेमंद

25. रक्त प्रदर या योनि से अधिक रक्त स्त्राव होने पर अपामार्ग से फायदा

 26.ल्यूकोरिया में अपामार्ग के प्रयोग के लाभ

 27.अपामार्ग का उपयोग कर पाएं चेचक में लाभ

 28.कुष्ठ रोगों में फायदा पहुंचाता है अपामार्ग

 29.अपामार्ग का इस्तेमाल साइनस में फायदेमंद

 30.आदर्श एशिया माइग्रेन में फायदेमंद अपामार्ग का इस्तेमाल

 31.अपामार्ग के इस्तेमाल से बहरेपन की समस्या का समाधान

 32.जोड़ों के दर्द में फायदेमंद अपामार्ग का प्रयोग

 33.जहरीले कीड़े मकोड़े के काटने पर अपामार्ग से फायदा

34. लाल अपामार्ग का  उपयोग

35. भूख को बढ़ाने के लिए करें लाल अपामार्ग का प्रयोग

 36.लाल अपामार्ग से पाएं कब्ज से राहत

37. मूत्र रोग में फायदेमंद अपामार्ग का इस्तेमाल

 38.पेचिश और है जहां में अपामार्ग के सेवन से लाभ

 39.अपामार्ग के इस्तेमाल की मात्रा

 40.अपामार्ग के इस्तेमाल का तरीका

 41.अपामार्ग से नुकसान

 42.अपामार्ग कहां पाया जाता है या अपामार्ग की खेती कहां होती है

 43.पंतजलि के प्रमाण उत्पाद कहां से खरीदें

 अपामार्ग का परिचय



 अपामार्ग एक बहुत ही साधारण पौधा हैI आपने अपने घर के आस-पास, जंगल जहां, या अन्य स्थानों पर अपामार्ग का पौधा देखा होगा, ल लेकिन इसी नाम से नहीं जानते होंगे अपामार्ग की पहचान नहीं होने के कारण लोग इस पौधे को बेकार ही समझा करते हैं इसलिए यह भी नहीं जानते कि अपामार्ग के फायदे क्या क्या होते हैं अपामार्ग का इस्तेमाल भी किया जाता है जी हां हम अपामार्ग एक बहुत ही बुरी औषधि है जिसका वर्षों से आयो आर्युवेदिक दवाओं के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. अपामार्ग के उपयोग से विकारों को ठीक किया जा रहा है, बीमारियों की रोकथाम की जाती है आप दांतों के रोग, घाव सुखाने, पाचन तंत्र विकार, खांसी करो, गांव तू खा ले, पाचन तंत्र विकार, खांसी, मूत्र रोग, चर्म रोग सहित अन्य कई बीमारियों में अपामार्ग का लाभ ले सकते हैं इसलिए आपके लिए यह जानकारी बहुत ही जरूरी है कि अपामार्ग का पौधा हर जगह मिल जाता है और जानकारियां होने से आप कई रोगों से इससे लाभ ले सकते हैंI

 अपामार्ग क्या है-

 अपामार्ग एक जड़ी बूटी है. बारिश की शुरुआती मौसम से ही अपामार्ग का पौधा अंकुरित होने लगता हैI ठंड के मौसम में फलते फूलते हैं और गर्मी के मौसम में पूरी तरह बड़े हो जाते हैं और इसी मौसम में फूलों के साथ साथ पौधे भी सूख जाता हैI इसके फूल हरी गुलाबी कलियों से युक्त तथा बीज चावल जैसे होते हैंI जिस जिन्हें अपामार्ग  तंदुल कहते हैं इसके पत्ते बहुत ही छोटे और सफेद रोमो से ढकेर होते हैंI यह अंडाकार एवं कुछ नुकीले से होते हैंI

  अपामार्ग की दो प्रजातियां होती हैं जिनका प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है

1. सफेद अपामार्ग

2. लाल अपामार्ग

 सफेद और लाल दोनों प्रकार के अपामार्ग कि मंझरिया पत्तों के

डंठलो  के बीच निकलती हैI यह लंबे, कर्कश, कटीली सी होती हैI यह बीच हल्के काले रंग के होते हैं चावल के दाने जैसे और स्वाद में कुछ तीखे होते हैंI फुल छोटे, कुछ लाल हरे या बैंगनी रंग के होते हैंI

 लाला परमार की डांडिया तथा मंझरिया कुछ लाल रंग की तथा पत्तों पर लाल लाल सूट में दाग होते हैंI

 अनेक भाषा में अपामार्ग के नाम

 सफेद अपामार्ग के नाम

 हिंदी में- चिरचिटा लटजीरा, चिरचिरा, खिचड़ा,  बोलते हैं

 उर्दू- चिरचिटा

 इंग्लिश-  वासरमेन्स  प्लांट, रफ चाफ,  फ्लावर

 संस्कृत- अपामार्ग, सिकरी, अधसल्य, मयूर, मराठी, कि नहीं, खर मंजरी,

 अपामार्ग के फायदे

 अपामार्ग के दो से तीन पत्तियों के रस में रवि को दबाकर हो या बना लें इसे दांतों में लगाने से दांत का दर्द ठीक हो जाता है|

 अपामार्ग के गुड़ की ताजा जड़ से रोजाना दातुन करने से दांत के दर्द तो ठीक होते ही हैं साथ ही दांतों का हिलना, मसूड़ों की कमजोरी और मुंह से बदबू आने की रानी भी ठीक होती हैI इस दर्पण के प्रयोग से दांत अच्छी तरह साफ हो जाते हैंI

 यह प्रयोग गंगोत्री के प्रसिद्ध स्वामी अप्रोच आनंद की माताजी किया गया है

 जिला बिलासपुर के रहने वाले प्रसिद्ध स्वामी अफरोज आनंद की 85 वर्ष माताजी हमेशा अपामार्ग के तने का दान करती थी दांतो का प्रयोग करने वाले बहुत से लोगों के वृद्धावस्था में भी दांतों की मजबूती बनी रहती हैI बेवफा मारो ताजा नहीं मिलता है तो सूखी हुई अपामार्ग कांड को पानी में भिगोकर धारण कर सकते हैंI

 मार्ग से चर्म रोगों और गानों की बीमारियों में फायदा

 इसके पत्तों को पीसकर लगाने से फोड़े फुंसी आज चरम रोग तथा गांठ के रोग भी ठीक हो जाते हैं

 अपामार्ग के प्रयोग से ठीक होती है मुंह के छाले की परेशानी

 अपामार्ग के गुणों संबंधी रोग के फायदेमंद होता हैI इसके लिए अपामार्ग के पत्तों का काढ़ा बनाकर गरारा गर्म करने से मुख्य पाल्या मुंह के छाले की परेशानी ठीक होती है

 अपामार्ग के इस्तेमाल से भूख अधिक लगने की समस्या में लाभ

 भस्मक रोज बहुत अधिक भूख लगने की बीमारियों को कहते हैंI एसएस में खाया हुआ अन्य भस्म हो जाता है भोसरी एक जैसा ही रहता हैI अपामार्ग के बीजों का चूर्ण 3 ग्राम दिन में दो बार लगभग 1 सप्ताह तक सेवन करेंI इससे यह अपामार्ग के 5 से 10 ग्राम बीजों को पीसकर खीर बनाकर खिला देने से भस्मक रोग अथवा अधिक भूख लगने की क्षमता ठीक होती हैI इसके बीजों को खाने से अधिक भूख लगना बंद हो जाती हैI

 अपामार्ग के बीजों को फूड जानकर, I वहीं शुरू करें इसके बराबर मात्रा में मिश्री मिलाएंI इसे 3से 6  ग्राम तक सुबह शाम

जल के साथ प्रयोग करेंI इसी से भस्मक रोग में लाभ होता है

 2 ग्राम अपामार्ग की जड़ के चूर्ण में शहद मिलाकर सेवन करने से पेट के दर्द ठीक होते हैंI

 आंखों की बीमारी में लाभदायक अपामार्ग का प्रयोग

 2 ग्राम परमाणु की जड़ की रस्में दो चम्मच मधु मिलाएंI इसे दो दो बूंद आंख में डालने से आंखों के रोग ठीक होते हैंI

 आई फ्लू, आंखों में होने वाला दर्द, आंख से पानी बहने, आंखों आंखें लाल होना, रतोदी  आज विकारों में अपामार्ग का प्रयोग करना उत्तम परिणाम होता हैI

 अपामार्ग की सब्जी स्कूल सब थोड़ा-सा सेंधा नमक मिले हुए दही के पानी के साथ कैसेI ध्यान रखना है कि तांबे के बर्तन में भेजेंI ऐसी कागज की तरह लगाने से इन लोगों में लाभ होता हैI

 कटनी जिले पर तुरंत रक्त स्त्राव को  रुकता है अपामार्ग

 अपामार्ग के2-3 पत्तों को  हाथ से मसल कर या काल लेंI उसे 10 को काटने या खिलने वाले लगाने पर खून का बहना रुक जाता है

 अपामार्ग की जड़ को  तिल के तेल में पकाकर छल्लेI इसे काटने या छिलने वाली जगह पर लगाएंI आराम मिलता है,

 घाव को सुखाने के लिए करें अपामार्ग का प्रयोग

 पुराने घाव मे अपामार्ग की जड़ को तेल के तेल में पता कर लें इसे कहां पर लगाएं से घाव का दर्द कम हो जाता है और हां ठीक हो जाता है,

 लगभग 50 ग्राम अपामार्ग बीच में चौथाई भाग मधु मिलाएंI इसमें 50 ग्राम घी में अच्छी तरह पकाएंI पकाने के बाद ठंडा करके घाट पर ले प्ले करेंI इसके अलावा जड़ का काढ़ा बनाकर गांव कोरोनावायरस जी गांव रोग हो जाता हैI

 खुजली में लाभ पहुंचाता है अपामार्ग

 अपामार्ग पंचायत ढंग से बने काढ़ा को जल में मिलाकर स्नान करने पर खुजली ठीक हो जाती है

  दमा  में अपामार्ग के इस्तेमाल से लाभ है

 दमा को ठीक करने के लिए अपामार्ग की जड़ चमत्कारिक रूप से काम करता है इसके 8-10 सूखे पत्ते या पत्तों को ओके मैं रखकर पीने से स्वसन तंत्र के विकारों में लाभ होता हैI

 खांसी में अपामार्ग के सेवन से फायदा



 लगभग 125 ग्राम अपामार्ग क्षार में मधु मिलाएंI इसे सुबह और शाम चटाने से बच्चों की फ्रॉक नली तथा बस्तर में जमा कपूर दूर होता हैI बच्चों की खांसी ठीक होती हैI

 खांसी बार-बार परेशानी करती हो और कपूर निकलने में कष्ट हो साथ ही कब गाढ़ा हो गया हो तो अपामार्ग का इस्तेमाल अच्छा परिणाम देता हैI इस अवस्था में या न्यूमोनिया की अवस्था में 125-250 निद्रा अपामार्ग छार और 125-250 मेघराज चीनी को 50 मिली गुनगुने जल में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से 7 दिन में लागू हो जाता हैI

 6 मिली अपामार्ग की जड़ का चूर्ण और 7 कालीमिर्च के चूर्ण को मिलाएं सुबह शाम ताजे जल के साथ सेवन करने से खांसी में लाभ होता हैI

 बलगम वाली खांसी को ठीक करने के लिए अपामार्ग की जड़ चमत्कारी रूप से काम करता है इसके 8:00 से 10:00 सूखे पत्तों को हफ्ते में रखकर पीने से खांसी ठीक हो जाती हैI

 बुखार उतारने के लिए अपामार्ग का प्रयोग-

 अपामार्ग के 10 से 20 पत्तों को 5 से 10 नग काली मिर्च और 5 से 10 ग्राम लहसुन के साथ पीसकर 5 गोली बना लेंI 1,1  गोली लेने से बुखार आने से 2 घंटे पहले देने से सर्दी से आने वाला बुखार छूटता है,

 अपामार्ग का प्रयोग हैजा के लिए फायदेमंद है-

 2 से 3 ग्राम अपामार्ग की जड़ कोई चूहों को 1 दिन में दो से तीन बार शीतल जल के साथ सेवन करेंI इससे 1000 ठीक होता हैI अपामार्ग के चार से 5 पत्तों का रस निकालेंI इसमें थोड़ा जलवा मिश्री मिलाकर प्रयोग करने से भी है जहां में लाभ मिलता हैI

 पेट के रोग में अपामार्ग के सेवन से फायद

 20 ग्राम अपामार्ग  को लेकर 400 मिली पानी में मिल पकाएं जब पानी एक चौथाई रह जाए तब उसमें 500 मिग्रा नौसादर चूर्ण तथा 1 ग्राम कालीमिर्च के चूर्ण मिलाएंI इसे 3 दिन में तीन बार सेवन करने से पेट में दर्द राहत मिलती है और पेट की अन्य बीमारियां ठीक होती हैं

 

 अपामार्ग की 6 पत्तियां तथा 5 नग काली मिर्च को जल के साथ पीस लेंI इसे छानकर सुबह और शाम सेवन करने से बवासीर में लाभ हो जाता है और उस से खून बहना रुक जाता हैI

 अपामार्ग के बीजों को कुड़छाड़कर महीन चूर्ण बना लेंI इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाएंI 3 से 6 ग्राम तक सुबह शाम जल के साथ प्रयोग करेंI इससे बवासीर में फायदा होता हैI

 खूनी बवासीर में लाभ पहुंचाता है अपामार्ग

 10 से 20 ग्राम अपामार्ग की जड़ के को चावल के धोवन के साथ इस छल्लेI उसमें दो चम्मच शहद मिलाकर पिलाने से  कवज विकारों के कारण होने वाली खूनी बवासीर की बीमारी में लाभ होता हैI

 पथरी की बीमारी में फायदेमंद अपामार्ग का प्रयोग

 अपामार्ग की 5 से 10 ग्राम ताजी जड़ को पानी में पीस लेंI इसे घोलकर पिलाने से पथरी की बीमारी में बहुत लाभ होता हैI यह औषधि किडनी की पथरी को टुकड़े-टुकड़े करके निकाल देती हैI किडनी में दर्द के लिए यह औषधि बहुत काम करता हैI

 योनि में दर्द है तो करें अपामार्ग का इस्तेमाल-

 अपामार्ग की जड़, कीरत से रुई को भगवानI इसे योनि में रखने से योनि के दर्द और मासिक धर्म की रुकावट मिटती हैI

 अपामार्ग ऑफ पुनर्नवा  की जड़ को जल में घुसकर योनि में लिप्त करने से प्रसव के कारण होने वाला दर्द ठीक होता हैI

 मासिक धर्म विकार में फायदेमंद अपामार्ग का प्रयोग

 अपामार्ग रस में बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर सेवन करने से मासिक धर्म विकार ठीक होता हैI अपामार्ग की जड़ के रस से रवि को भिगोए योनि में रखने से मासिक धर्म की रुकावट मिलती हैI

 अपामार्ग के इस्तेमाल से गर्भधारण ना होने की समस्याओं का समाधान

 अनियमित मासिक धर्म या अधिक रक्तस्राव के कारण रोशनी गर्भधारण नहीं कर सकती हैं अपामार्ग के उपाय को अपनाकर लाभ उठा सकती हैंI रितु स्नान के दिन से उत्तम भूमि में उत्पन्न एसिडिटी बूटी के 10 पत्ते या इसकी 10 ग्राम के जलवे इसको गायक के 125 मेरी दूध के साथ पीसकर अन्यI

 इसे 4 दिन तक सुबह दोपहर तथा शाम पिलाने से स्त्री गर्भधारण कर लेती है यह प्रयोग यदि एक बार में सफल ना हो तो अधिक से अधिक 3 बार करें

 अपामार्ग के इस्तेमाल से रसौली का इलाज

 अपामार्ग के लगभग 10 ग्राम ताजे पत्ते एवं 5 ग्राम हरी दूब को पीस लेंI sh-60 मिली जल में मिलाकर छान लेंI ऐसे इसे गाय के दूध में 20 मिलीयन इच्छा अनुसार मिश्री मिलाकर सुबह-शाम 7 दिन तक फैला हैI यह प्रयोग रो ठीक होने तक नियमित रूप से करेंI एसएससी गर्भाशय में गांठ की परेशानी ठीक हो जाती है

 प्रसव को आसान बनाने के लिए अपामार्ग फायदेमंद

 आप प्रसव के समय भी अपामार्ग का उपयोग कर सकती हैंI पाठा, कलिहारी, अडूसा, अपामार्ग में से किसी एक औषधि की जड़ को नाभि, योनि पर लिप के रूप में लगाएंI ऐसे प्रसव आसानी से हो जाता हैI

 प्रसव पीड़ा शुरू होने से पहले अपामार्ग की जड़ को एक धागे में कमर पर बांध हैI इससे प्रसव आसानी से होता है ध्यान रखना है कि प्रसव होते ही तो उसे तुरंत हटा लेना चाहिएI

 अपामार्ग की जड़, सत्य एवं शाखाओं को किस कर ले, इसे योनि में लिप्त करने से पूर्व प्रसव होता हैI

 अपामार्ग फूलों को पोस्ट बनाकर सेवन करने से प्रेग्नेंट से जुड़े रोगों में लाभ होता हैI

 रक्त प्रदर या योनि से अधिक रक्त स्त्राव होने पर अपामार्ग से फायदा अपामार्ग के लगभग आदर्श ग्राम ताजे पत्ते एवं 5 ग्राम हरी दूब को पीस लेंI इसे 60 मिली जल में मिलाकर छान लेंI मेरी जान इसे गाय के दूध में 20 मिली या अच्छा अनुसार मिश्री मिलाकर वह 7 दिन तक पिलाने से मासिक धर्म के दौरान अधिक खून बहने की परेशानी ठीक होती हैI लोग ठीक होने तक नियमित रूप से करें

 अपामार्ग पत्ते के रस से सिर का अभिषेक करें या पत्ते कोरस को योनि से लपेट कर रखते रसद में शीघ्र लाभ होता है

 लिकोरिया में अपामार्ग के प्रयोग से लाभ

 पमार का प्रयोग कर पाएं चेचक में लाभ

 हल्दी और अपामार्ग की जड़ को बराबर मात्रा में लेकर महीन पीस लेंI हाथ पैरों के नाखूनों पर तथा सिर पर तिल तिलक के रूप में लगाने से चेचक नहीं निकलता हैI यदि चेचक निकल आई तो अपामार्ग के साथ जड़ को पीसकर हमसफर लगाने से शरीर की जलन शांत हो जाती हैI

 कुष्ठ रोगों में फायदेमंद फायदा पहुंचाता है अपामार्ग

 अपामार्ग भाभी को सरसों के तेल के साथ मिलाकर भोपाल लगाएंI एसएससी क्वेश्चन रोग ठीक हो जाता हैI

 अपामार्ग रस में फंसे हुए मूली के बीज मिलाकर जिम करने से कुष्ठ रोग में फायदा होता हैI

 अपामार्ग का इस्तेमाल साइनस में फायदेमंद

 सब्जी छार, सेंधा नमक, चित्रकूट, दंती, भूमिया मरगी की जड़, श्वेतार्क, अपामार्ग बीज की बेस्ट तथा गोमूत्र के तेल में बताएंI इस तेल से लाभ लेने से साइनस जल्दी ठीक हो जाता है

 आधासीसी या माइग्रेन में फायदेमंद अपामार्ग का इस्तेमाल

 अपामार्ग के बीजों के चूर्ण को सुनने मात्र से आधासीसी में आराम मिलता हैI इस चूर्ण को सुनाएंI एसएससी मस्तक के अंदर जमा हुआ कफ पतला होकर नाक के जरिए निकल जाता हैI

 अपामार्ग के इस्तेमाल से बहरेपन की समस्या का समाधान

 अपामार्ग की साफगोई हुई की जड़ का रस निकालेंI इसमें बराबर मात्रा में तिल का तेल मिलाकर आग में पकालेI जब तेल केवल रह जाए कब छानकर शीशी में रख लेI

 इस तेल को गुनगुना करके हर रोज दो से तीन बूंद कान में डालने से बहरापन और कान से मवाद बहने की परेशानी ठीक होती हैI

 अपामार्ग क्षार का गोल और अपामार्ग के पत्ते का पेस्ट बनाएंI इसमें चार गुना तिल के तेल मिलाएंI इसी प्रकार और फिर उस तेल को दो से दो बूंद कान में डालने से बहरेपन, कान का आवाज करना आज की परेशानी ठीक होती हैI

 जोड़ों के दर्द में फायदेमंद अपामार्ग का उपयोग

 अपामार्ग के 10 से 12 पत्तों को पीसकर गर्म करके जोड़ों पर बांध हैI इसी से जोड़ों के दर्द से आराम मिलता हैI जोड़ों के दर्द के साथ साथ फोड़े फुंसी या गांठ वाली जगह पर अपामार्ग के पत्ते पीसकर लेप करें लेप लगाने से घाट धीरे-धीरे दूर हो जाती हैI

 अपामार्ग की जड़ को पीसकर लगाएं और का काढ़ा बनाकर सेवन करें इससे कमर दर्द और जोड़ों में दर्द से आराम मिलता हैI

जहरीले कीड़े मकोड़े काटने पर अपामार्ग से फायदा

 ततैया, बिच्छू, तथा सांप अन्य जहरीले कीड़ों के काटने वाले स्थान पर अपामार्ग के पत्ते के रस लगा लें जहर उतर जाता हैI इसके बाद आठ से 10 पत्तों को पीसकर लुगदी बांध दें इससे घाव बढ़ता बढ़ता नहीं हैI

 लाल अपामार्ग का उपयोग भूख को बढ़ाने के लिए करें  लाल अपामार्ग का प्रयोग

 लाल अपामार्ग की जड़ या पंचायत गढ़ का काढ़ा बनाकर 10 से 30 मिली मात्रा में सेवन करें इससे भूख बढ़ती है

 लाल अपामार्ग से पांच कब्ज से राहत

 1 से 2 ग्राम तने और पत्ते के चूर्ण का सेवन करने से कब्ज की बीमारी ठीक होती हैI

 मूत्र रोग में फायदेमंद अपामार्ग   का इस्तेमाल

 लाल अपामार्ग के पत्ते से bne10 से तीसरी काढा में चीनी मिलाकर सेवन करने से मूत्र रोग जैसे पैसा में दर्द होना और पेशाब का रुक रुक कर आना ठीक होता हैI

 पेचिश और हैजा में अपामार्ग के सेवन से लाभ

 लाल अपामार्ग की जड़ या पंचायत गढ़ का काढ़ा बनाएं इसे 10 से 30 मिली मात्रा में सेवन करने से पेचिश की बीमारी और है जो ठीक होता है-

 अपामार्ग के इस्तेमाल की मात्रा

 अप्पू अपामार्ग का इस्तेमाल इतनी मात्रा में कर सकते हैं

 रस 10 से 20 ग्राम मिली

 जड़ का चूर्ण 3 से 6 ग्राम

 बीज 3 ग्राम

 हर1/2 ग्राम

 अपामार्ग के इस्तेमाल का तरीका

 अपामार्ग का इस्तेमाल इस तरह से किया जाना चाहिए

 पत्ते

 जड़

 बीज

 अपामार्ग से नुकसान

 आमाशय के विकारों पर इसका उपयोग अत्यधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए

 अपामार्ग कहां पाया जाता है अपामार्ग की खेती कहां होती है

 भारत के प्राय सभी जनरल इलाकों, शहरों, तथा गांव में अपामार्ग पाया जाता हैI यह वर्षा ऋतु में विशेष कर पाया जाता है, लेकिन कहीं-कहीं इसके पौधे वर्ष भर भी मिलते हैंI

 पंतजलि के अपामार्ग उत्पाद कहां से खरीदें

  थैंक यू

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