इन बीमारियों का इलाज
देसी जड़ी-बूटियों से उपचार
किन लक्षणों में कौन-सी बीमारी हो ती है जाने
भुखार (Fever) – इंसानों की एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण बीमारी
भुखार कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह किसी बीमारी का लक्षण (Symptom) होता है। यह शरीर की एक रक्षात्मक प्रतिक्रिया है जो दर्शाती है कि शरीर के भीतर कोई संक्रमण, सूजन या बीमारी हो रही है।
🔍 भुखार क्या है?
भुखार वह स्थिति है जब शरीर का सामान्य तापमान (जो सामान्यतः 98.6°F या 37°C होता है) बढ़कर 100.4°F (38°C) या उससे अधिक हो जाता है। यह शरीर के अंदर किसी रोगजनक (जैसे बैक्टीरिया, वायरस आदि) के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) की प्रतिक्रिया होती है।
📊 भुखार के प्रकार (Types of Fever)
प्रकार तापमान (°F) विवरण
सामान्य बुखार 99°F – 101°F हल्का संक्रमण या मौसम के बदलाव से
मॉडरेट बुखार 101°F – 103°F वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण
तेज़ बुखार (High Fever) 103°F – 105°F गंभीर संक्रमण, फ्लू, टाइफाइड
अत्यधिक तेज़ बुखार (Hyperpyrexia) 105°F से ऊपर जानलेवा स्थिति, तत्काल चिकित्सा आवश्यक
🦠 भुखार के संभावित कारण (Causes of Fever)
🔹 संक्रमण जनित कारण
वायरल संक्रमण (जैसे – वायरल फीवर, डेंगू, चिकनगुनिया, कोविड-19)
बैक्टीरियल संक्रमण (जैसे – टाइफाइड, टॉन्सिलिटिस, निमोनिया)
परजीवी संक्रमण (जैसे – मलेरिया)
यूरीन इन्फेक्शन (UTI)
कान या गले का संक्रमण
🔹 गैर-संक्रमण कारण
अधिक गर्मी में शरीर का ताप बढ़ना (हीट स्ट्रोक)
टीकाकरण के बाद होने वाला बुखार
ऑटोइम्यून बीमारियाँ (जैसे – लूपस, रूमेटाइड अर्थराइटिस)
कैंसर (जैसे – ल्यूकीमिया)
दवा के साइड इफेक्ट
🧬 भुखार के लक्षण (Symptoms of Fever)
शरीर का ताप बढ़ना
ठंड लगना या कंपकंपी
सिर दर्द
बदन दर्द
पसीना आना
थकावट या कमजोरी
भूख न लगना
जलन या पेशाब में दर्द (अगर UTI हो)
आँखों में जलन या लालिमा
उल्टी या दस्त (कुछ मामलों में)
🧪 भुखार की जाँच (Diagnosis)
थर्मामीटर से तापमान मापन
मुँह, कान, बगल या रेक्टल ताप माप सकते हैं।
रक्त परीक्षण (Blood Test)
CBC (Complete Blood Count)
मलेरिया टेस्ट
डेंगू NS1/IgM टेस्ट
टाइफाइड – Widal टेस्ट
कोविड-19 RTPCR या एंटीजन टेस्ट
यूरीन टेस्ट
एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड – अगर लक्षण गहरे या अस्पष्ट हों
💊 भुखार का इलाज (Treatment of Fever)
🔹 घरेलू उपचार
पर्याप्त आराम करें
गुनगुने पानी की पट्टी सिर पर रखें
पानी, नारियल पानी, नींबू पानी से हाइड्रेट रहें
हल्का, सुपाच्य भोजन करें (जैसे खिचड़ी, सूप)
तुलसी, अदरक, काली मिर्च का काढ़ा पीना लाभदायक
🔹 एलोपैथिक दवा
पैरासिटामोल (Paracetamol) – बुखार कम करने के लिए
एंटीबायोटिक – यदि बैक्टीरियल संक्रमण हो
एंटीवायरल – वायरस के अनुसार (जैसे – फ्लू, कोविड-19)
IV Fluids – अधिक बुखार या डिहाइड्रेशन में
🔹 आयुर्वेदिक उपाय
गिलोय रस
तुलसी अर्क
नीम पत्ता का काढ़ा
आंवला रस
⚠️ भुखार में कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए?
बुखार 3 दिनों से ज्यादा बना रहे
103°F से ऊपर बुखार हो
उल्टी, बेहोशी, साँस लेने में कठिनाई हो
बच्चे को 100.4°F से ऊपर बुखार हो
पेशाब में जलन या दर्द हो
बुखार बार-बार लौटता हो
✅ भुखार से बचाव (Prevention Tips)
साफ-सफाई बनाए रखें
दूषित पानी या भोजन न लें
समय पर टीकाकरण कराएं
मॉनसून में मच्छरों से बचाव करें
संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें
हाथ धोने की आदत डालें
📌 निष्कर्ष (Conclusion):
भुखार को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह शरीर का संकेत है कि अंदर कुछ गड़बड़ चल रही है। अगर बुखार सामान्य हो तो घरेलू उपाय और आराम काफी है, लेकिन तेज़ और लंबे समय तक चलने वाला बुखार किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है।
यहाँ सभी प्रकार के भुखार (Fever) के लिए उपयोग होने वाली अलग-अलग दवाओं (English medicines) की सूची दी गई है, जो उनके कारण के आधार पर दी जाती हैं। भुखार कोई बीमारी नहीं, बल्कि बीमारी का लक्षण है, इसलिए इलाज उस कारण पर निर्भर करता है।
🌡️ 1. सामान्य वायरल बुखार (Viral Fever)
लक्षण: गले में खराश, बदन दर्द, सिर दर्द, हल्का तापमान (99°F-102°F)
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Paracetamol 500/650 mg बुखार और दर्द कम करने के लिए
Cetrizine 10 mg सर्दी-खाँसी के साथ होने पर
Levocetirizine + Montelukast एलर्जी व बहती नाक के लिए
Azithromycin 500 mg यदि गले में इंफेक्शन हो तो (डॉक्टर से पूछकर)
🦟 2. मलेरिया बुखार (Malaria Fever)
लक्षण: ठंड लगना, पसीना आना, सिरदर्द, तेज़ बुखार (103°F-105°F)
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Artemether + Lumefantrine (Lumerax, Falcigo) मलेरिया के इलाज के लिए
Chloroquine यदि प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया हो
Paracetamol बुखार कम करने हेतु
ORS और IV Fluids डिहाइड्रेशन रोकने के लिए
🦠 3. टाइफाइड बुखार (Typhoid Fever)
लक्षण: लंबे समय तक बना रहने वाला बुखार, पेट दर्द, उल्टी, कमजोरी
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Cefixime 200 mg टाइफाइड में पहली लाइन एंटीबायोटिक
Cefixime + Ofloxacin गंभीर मामलों में
Azithromycin 500 mg वैकल्पिक इलाज
Paracetamol बुखार कम करने के लिए
ORS पानी की कमी पूरी करने के लिए
🧬 4. डेंगू बुखार (Dengue Fever)
लक्षण: तेज बुखार, प्लेटलेट की कमी, सिर दर्द, बदन दर्द
इलाज: (डेंगू में कोई विशेष एंटीवायरल दवा नहीं होती, इलाज supportive होता है)
दवा का नाम उपयोग
Paracetamol Only दर्द और बुखार के लिए (Ibuprofen या Aspirin न लें)
ORS और इलेक्ट्रोलाइट्स डिहाइड्रेशन रोकने के लिए
पपीता पत्ता रस (Papaya Leaf Extract) प्लेटलेट बढ़ाने के लिए (सहायक)
IV Fluids जरूरत पर
Complete Blood Count (CBC) प्लेटलेट और WBC निगरानी के लिए
🦴 5. चिकनगुनिया बुखार (Chikungunya Fever)
लक्षण: जोड़ों में दर्द, बुखार, त्वचा पर चकत्ते
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Paracetamol 650 mg बुखार व दर्द के लिए
Diclofenac / Aceclofenac जोड़ों के दर्द के लिए
ORS & Fluids हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए
Calcium/Vitamin D लंबे समय के जोड़ों के दर्द में
🧫 6. बैक्टीरियल इंफेक्शन से बुखार
उदाहरण: गले का इन्फेक्शन, टॉन्सिल्स, फेफड़ों का इंफेक्शन
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Amoxicillin + Clavulanic Acid बैक्टीरियल गले/दाँत इंफेक्शन
Cefixime / Cefpodoxime फेफड़े, पेशाब, कान का इंफेक्शन
Azithromycin गले या सांस की नली में संक्रमण
Paracetamol बुखार कम करने हेतु
🧪 7. यूरिन इन्फेक्शन से बुखार (UTI fever)
लक्षण: पेशाब में जलन, कमर दर्द, बुखार
इलाज:
दवा का नाम उपयोग
Nitrofurantoin 100 mg UTI की मुख्य दवा
Ciprofloxacin / Ofloxacin गंभीर UTI में
Paracetamol बुखार के लिए
Cranberry Extract संक्रमण की पुनरावृत्ति रोकने हेतु
Fluids/ORS हाइड्रेशन के लिए
🧠 8. बच्चों का बुखार (Pediatric Fever)
दवा बच्चों की उम्र और वजन अनुसार दी जाती है। डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।
दवा का नाम उपयोग
Crocin Drops/Syrup बच्चों में बुखार के लिए
Calpol Syrup सामान्य वायरल बुखार
Ibugesic Plus यदि दर्द और सूजन भी हो
ORS, दूध, तरल आहार निर्जलीकरण से बचाव हेतु
⚠️ महत्वपूर्ण सावधानियाँ
डॉक्टर की सलाह के बिना एंटीबायोटिक या NSAID न लें।
डेंगू में Aspirin, Brufen जैसी दवाएं कभी न लें, ये प्लेटलेट और खून को पतला करती हैं।
बुखार यदि 3 दिनों से अधिक रहे या कोई गंभीर लक्षण हो, तो जांच और इलाज कराना जरूरी है।
या देसी इलाज + अंग्रेज़ी दवाओं का मिलाजुला ट्रीटमेंट चार्ट बना सकता हूँ।
क्या आपको आगे किसी विशेष बुखार के इलाज पर फोकस करना है?
डॉक्टर बुखार की दवा को कैसे मिलाकर देते हैं? (Fever Treatment Combination by Doctors)
जब कोई मरीज बुखार लेकर डॉक्टर के पास जाता है, तो डॉक्टर उसके लक्षणों (Symptoms), तापमान (Temperature), और संभावित कारण (Cause) के आधार पर दवाओं का संयोजन (Combination) देते हैं। इसे "Combination Therapy" या "Symptomatic Treatment" कहा जाता है।
🧑⚕️ 1. डॉक्टर दवा कैसे मिलाते हैं?
डॉक्टर दवाओं को तीन तरीके से मिलाते हैं:
🔹 A. लक्षणों के अनुसार (Symptomatic Combination):
जैसे बुखार + गले में दर्द + खांसी हो, तो दवाओं का समूह:
दवा उपयोग
Paracetamol बुखार और बदन दर्द के लिए
Levocetirizine सर्दी, एलर्जी के लिए
Cough Syrup (Ambroxol + Guaiphenesin) खांसी कम करने के लिए
🔹 B. कारण के अनुसार (Etiological Combination):
अगर बुखार किसी बीमारी से हो रहा है, जैसे टाइफाइड, तो:
दवा उपयोग
Paracetamol बुखार कम करने के लिए
Cefixime 200 mg टाइफाइड की एंटीबायोटिक
ORS / Fluids निर्जलीकरण रोकने के लिए
Probiotic (Bifilac, etc.) एंटीबायोटिक के साथ पेट बचाने हेतु
🔹 C. बचाव के लिए (Supportive Combination):
बुखार के साथ कमजोरी, उल्टी, डिहाइड्रेशन हो, तो डॉक्टर निम्न दवाएं भी जोड़ते हैं:
दवा कारण
Pantoprazole / Rantac पेट में एसिड को रोकने के लिए
Vitamin C / Zinc इम्युनिटी के लिए
Ondansetron (Emeset) उल्टी रोकने के लिए
ORS / Coconut Water हाइड्रेशन बनाए रखने के लिए
🔄 डॉक्टर कैसे तय करते हैं कौन सी दवा मिलेगी?
आधार डॉक्टर क्या देखते हैं
बुखार कितने दिनों से है 1–2 दिन: वायरल, >3 दिन: टाइफाइड, मलेरिया आदि संदेह
तापमान कितना है 99–101°F: हल्की दवा, >103°F: स्ट्रॉन्ग दवा
अन्य लक्षण जैसे उल्टी, दस्त, कमजोरी, शरीर दर्द
ब्लड रिपोर्ट CBC, Widal, Malaria, Dengue आदि
उम्र और मरीज की हालत बच्चे, गर्भवती, बुज़ुर्ग के लिए अलग दवा
कोई पुरानी बीमारी है या नहीं जैसे डायबिटीज, हाई BP
🧪 उदाहरण: डॉक्टर बुखार में क्या-क्या दे सकते हैं?
📌 Case 1: सामान्य वायरल बुखार (2 दिन)
Tab Paracetamol 650 mg – हर 6 घंटे में
Tab Levocetirizine 5 mg – रात में
Syrup TusQ – दिन में 2 बार
Tab Rantac – खाली पेट सुबह
ORS या नींबू पानी – बार-बार
📌 Case 2: डेंगू बुखार
Paracetamol 500 mg – हर 6 घंटे
पपीते के पत्तों का रस (सहायक)
प्लेटलेट काउंट की निगरानी
केवल डॉक्टर की देखरेख में फ्लूइड्स
📌 Case 3: टाइफाइड बुखार
Tab Cefixime 200 mg – दिन में 2 बार
Paracetamol – जरूरत अनुसार
Tab Zincovit (मल्टीविटामिन) – दिन में 1 बार
Probiotic (Bifilac) – दिन में 2 बार
आराम + हल्का भोजन + तरल
💡 डॉक्टर की दवा में मिलावट क्यों जरूरी है?
क्योंकि हर मरीज की स्थिति अलग होती है। एक ही दवा हर किसी पर असर नहीं करती। इसलिए डॉक्टर:
मुख्य कारण का इलाज करते हैं
लक्षणों को भी आराम देने के लिए दवा देते हैं
शरीर को कमजोरी से उबरने में मदद देते हैं
⚠️ जरूरी चेतावनी:
बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न मिलाएं
एंटीबायोटिक को पूरा कोर्स करें
डेंगू में Aspirin या Ibuprofen का उपयोग बिल्कुल न करें
बच्चों को वयस्कों की दवा न दे
आपका प्रश्न बहुत अच्छा है: "और बीमारियों में देसी दवा कैसे दी जाती है?"
यहाँ मैं आपको बताऊँगा कि प्रमुख बीमारियों में कौन-सी देसी आयुर्वेदिक दवाएं, जड़ी-बूटियाँ, या घरेलू उपचार दिए जाते हैं, कैसे मिलाकर, कब और कितनी मात्रा में दिया जाता है।
🧾 1. बुखार (Fever) में देसी दवा
देसी दवा उपयोग व मात्रा
गिलोय का रस (Giloy juice) 20 ml सुबह-शाम, गर्म पानी के साथ
तुलसी का काढ़ा 5-7 तुलसी पत्ते + 1 लौंग + 1/2 अदरक + पानी में उबालें, दिन में 2 बार
नीम के पत्ते का रस 1 चम्मच सुबह खाली पेट (बैक्टीरियल बुखार में)
पपीते के पत्ते का रस डेंगू में प्लेटलेट बढ़ाने हेतु, 2 चम्मच दिन में 2 बार
अदरक-शहद मिश्रण 1 चम्मच अदरक का रस + 1 चम्मच शहद, दिन में 2 बार
🧬 2. टायफाइड में देसी इलाज
देसी उपाय विधि
सप्तपर्ण (Alstonia Scholaris) की छाल 10 ग्राम छाल + 2 गिलास पानी → आधा रहने तक उबालें, दिन में 2 बार
गिलोय + शुद्ध शहद 10 ml गिलोय रस + 1 चम्मच शहद, सुबह-शाम
धनिया काढ़ा 1 चम्मच धनिया के बीज + 2 कप पानी → उबालें, ठंडा कर पिएं
बेल का गूदा + पानी पाचन सुधारता है, टायफाइड में लाभकारी
🦟 3. मलेरिया में देसी दवा
औषधि मात्रा और समय
गिलोय + नीम + कालमेघ का काढ़ा 20 ml सुबह-शाम
तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा 5 तुलसी पत्ते + 2 काली मिर्च + 1 कप पानी, दिन में 2 बार
अर्जुन की छाल काढ़ा मलेरिया के बाद कमजोरी के लिए
त्रिकटु चूर्ण आधा चम्मच शहद के साथ, दिन में 1 बार
🧠 4. सर्दी-खांसी में देसी इलाज
उपाय तरीका
अदरक + तुलसी + काली मिर्च काढ़ा उबालकर 2 बार सेवन करें
शहद + काली मिर्च चूर्ण आधा चम्मच दिन में 3 बार
गिलोय रस + तुलसी अर्क 10-10 ml मिलाकर, सुबह-शाम
हल्दी वाला दूध 1 गिलास रात को
💓 5. ब्लड प्रेशर (BP) में देसी उपाय
स्थिति उपाय
उच्च BP लहसुन की 2 कली सुबह खाली पेट चबाएं, गिलोय रस लें
निम्न BP नमक-नींबू पानी, किशमिश दूध में भिगोकर सुबह खाएं
💉 6. डायबिटीज में देसी इलाज
दवा/उपाय उपयोग
करेले का रस 20 ml सुबह खाली पेट
जामुन की गुठली चूर्ण 1 चम्मच पानी के साथ सुबह
गुड़मार (Gymnema Sylvestre) चूर्ण या कैप्सूल में
मेथी के दाने रात को भिगोकर, सुबह चबाएं
🫁 7. अस्थमा व खांसी में देसी उपाय
उपाय मात्रा
वासा का रस (Adhatoda) 10 ml दिन में 2 बार
शहद + अदरक रस 1 चम्मच मिश्रण सुबह-शाम
त्रिकटु चूर्ण शहद के साथ
सोंठ + मिश्री + घी समान मात्रा में चाटें
🧍 8. कमजोरी या थकावट में
उपाय तरीका
आंवला रस + शहद 20 ml सुबह खाली पेट
अश्वगंधा चूर्ण 1 चम्मच दूध के साथ
सफेद मूसली चूर्ण यौन शक्ति और बलवर्धन के लिए
शिलाजीत आयुर्वेदिक शुद्ध शिलाजीत – 300–500 mg दूध के साथ
⚠️ महत्वपूर्ण बातें:
देसी दवा का असर धीरे-धीरे होता है, लेकिन जड़ से इलाज करती है।
किसी गंभीर स्थिति में, देसी इलाज के साथ डॉक्टर की सलाह ज़रूरी है।
बच्चों, गर्भवती महिलाओं या बुजुर्गों को देसी दवा डॉक्टर या वैद्य की निगरानी में दें।
एक बार में बहुत सारी देसी दवाएं न मिलाएं
